शिवसेना के उद्धव ठाकरे होंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री
महाराष्ट्र की राजनीति में मंगलवार को एक और बड़ा उलटफेर हुआ। अपनी दूसरी पारी में लगभग 81 घंटे कुर्सी पर रहने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनसे पहले खेमा बदलकर भाजपा के साथ आए अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री के पद से निजी कारणों से इस्तीफा दे दिया। शिवसेना के उद्धव ठाकरे अब राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने फड़नवीस को बुधवार शाम पांच बजे तक विधानसभा में बहुमत साबित करने को कहा था। लेकिन, शक्ति परीक्षण से एक दिन पहले उन्होंने त्यागपत्र दे दिया।
मंगलवार को अजीत पवार ने भाजपा कोर कमेटी की बैठक में पहुंचकर सूचना दी कि उनके पास सरकार को समर्थन देने लायक पर्याप्त विधायक नहीं हैं। फड़नवीस के इस्तीफे के 3.30 घंटे बाद ही शाम को बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित होटल ट्राइडेंट में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के विधायकों की संयुक्त बैठक हुई। नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने जा रहे राकांपा विधायक दल के नवनिर्वाचित नेता जयंत पाटिल ने उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाए जाने का प्रस्ताव रखा। कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहब थोराट ने उनके प्रस्ताव का अनुमोदन किया। नई सरकार में बालासाहब थोराट भी उपमुख्यमंत्री होंगे।
ठाकरे परिवार से पहली बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे उद्धव ठाकरे अपने पिता बालासाहब ठाकरे के स्मृतिस्थल शिवतीर्थ यानी शिवाजी पार्क में 28 नवंबर की शाम शपथग्रहण करेंगे।
ठाकरे परिवार से पहले मुख्यमंत्री होंगे उद्धव: फड़नवीस सरकार-2 के पतन के बाद अब महाराष्ट्र में पहली बार शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के परिवार को सीएम पद मिलना तय है। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को नया सीएम बनाने की तैयारी हो चुकी है। उनके पिता बाल ठाकरे ने 1995 से 1999 तक शिवसेना-भाजपा की पहली सरकार का रिमोट अपने हाथ में रखा था, लेकिन उन्होंने कोई पद ग्रहण नहीं किया था।
- कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की संयुक्त बैठक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए अपने नाम पर मुहर के बाद अभिवादन करते शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे। इस मौके पर राकांपा प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रहे '
- मुंबई में मंगलवार को देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सौंप दिया। इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव और चंद्रकांत पाटिल भी मौजूद रहे '
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बुधवार सुबह आठ बजे से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। इसके संचालन के लिए उन्होंने भाजपा विधायक कालीदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। वह आठ बार के विधायक हैं।
शिवसेना का हिंदुत्व सोनिया गांधी के चरणों में : फड़नवीस
अजीत पवार के इस्तीफे के बाद फड़नवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर विधानसभा में बहुमत परीक्षण के एक दिन पहले ही हार मान ली। फड़नवीस ने कहा, 'भाजपा ने नतीजे आने के बाद पहले दिन से ही तय कर लिया था कि वह बहुमत साबित करने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त नहीं करेगी। शिवसेना ने मुख्यमंत्री पाने में विफल रहने पर हताश होकर भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए अपना 'हंिदूुत्व' कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के चरणों में समर्पित कर दिया है। अजीत पवार ने हमारा सहयोग करने का फैसला किया था। आज उन्होंने कहा कि वह कुछ कारणों से हमारे गठबंधन में नहीं रह सकेंगे और इस्तीफा दे रहे हैं। चूंकि उन्होंने इस्तीफा दे दिया, इसलिए हमारे पास अब बहुमत नहीं रहा।'