AGR के मामले में टेलिकॉम कंपनियों से इसके सेल्फ एसेसमेंट की पुष्टि करने वाले डाॅक्यूमेंट्स जमा करने को कहा गया है। इधर, टेलिकॉम विभाग ने ऑयल और गैस सेक्टर की सरकारी कंपनी गेल इंडिया से 2017-18 के लिए 7,608 करोड़ रुपये का बकाया चुकाने को कहा है। हालांकि टेलिकॉम विभाग फिलहाल AGR के मामले में पुरानी देनदारी को चुकाने के लिए दबाव नहीं डाल रहा है। सूत्रों के अनुसार, सभी तीन दूरसंचार कंपनियों भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और टाटा टेलीसर्विसेज से उनके AGR के सेल्फ एसेसमेंट के दावों की पुष्टि के लिए दस्तावेज जमा करने के लिए कहा गया है। इन कंपनियों का कहना है कि AGR के मामले में टेलिकॉम विभाग ने जो आकलन किया है, वह सही नहीं है। उनके आकलन के अनुसार उन पर AGR की देनदारी कम बनती है। गेल से अब जो बकाया चुकाने को कहा गया है कि उसमें विलंब से भुगतान का जुर्माना भी शामिल है। वैसे DoT के अनुसार, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियों पर बकाया लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम प्रयोग शुल्क के रूप में 1.47 लाख करोड़ रुपये की देनदारी बनती है।
AGR पर टेलिकॉम कंपनियां देंगी सेल्फ एसेसमेंट डॉक्यूमेंट